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शिक्षक समाज का मार्गदर्शक एवं राष्ट्र का निर्माता होता है: प्रोफेसर राघवेन्द्र

गाजीपुर। शहर के पी जी कॉलेज में शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कॉलेज की नवागत प्रोफेसर शिखा तिवारी और सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. बद्रीनाथ सिंह का सम्मान किया गया। समारोह में प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में सभी शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य के अभिभाषण के साथ हुई। शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ०) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा कि शिक्षक समाज का मार्गदर्शक एवं राष्ट्र निर्माता होता हैं। वह ज्ञान और संस्कारों से भविष्य को आकार देता हैं। नए शिक्षकों की ऊर्जा और सेवानिवृत्त शिक्षकों के अनुभव से संस्थान नई ऊंचाइयों को प्राप्त करता है। यह दिन हमें उनके समर्पण को सम्मानित करने और शिक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी को दोहराने का अवसर देता है। प्राचीन काल से भारत ॠषियों, महर्षियों एवं शोध कर्त्ताओं का देश रहा है और भारत से निकले वाली ज्ञान विज्ञान की ज्योति से सम्पूर्ण विश्व आलोकित होता था जिसके परिणामस्वरूप भारत को विश्व गुरु का दर्जा प्राप्त था। आजादी के उपरान्त 1962 से तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ० राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हुए शिक्षकों को समाज द्वारा सम्मानित करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर नवागत प्रोफेसर शिखा तिवारी को उनकी नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दी गईं। प्रोफेसर तिवारी को बूके, स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्रम् भेंटकर सम्मानित किया गया। वहीं डॉ. बद्रीनाथ सिंह को उनकी दीर्घकालिक शैक्षणिक सेवाओं के लिए भी बूके, स्मृति चिन्ह, एवं अंगवस्त्रम् भेंट कर सम्मानित किया गया । प्राचार्य ने नवागत प्रोफेसर शिखा तिवारी और सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉक्टर बद्रीनाथ सिंह को उनकी नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रोफेसर शिखा तिवारी के नए दृष्टिकोण और डॉ. बीएन सिंह के अनुभव से कॉलेज को नई दिशा मिलेगी।
समारोह में उपस्थित सभी ने शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की और उनके मार्गदर्शन में शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति का संकल्प लिया।

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