उत्तर प्रदेशगाजीपुर

मुझे नीले ड्रम में नहीं जाना है’ ये कहकर पति ने अपनी पत्नी की प्रेमी से करा दी शादी

गाजीपुर। खानपुर थानाक्षेत्र के जमीन संदल गांव से फिर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां पति ही अपनी पत्नी व 2 बच्चों की मां की शादी उसके प्रेमी से करा दी और दोनों बच्चों को भी अपने साथ रखने की बात मानते हुए पत्नी को अपने सभी रिश्तों से मौखिक रूप से ये कहते हुए रिहा कर दिया कि कई बार समझाने के बावजूद जब पत्नी नहीं मान रही है तो उसे जबरदस्ती अपने घर में रखकर मुझे भी नीले ड्रम में नहीं जाना। जिसके बाद मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। जमीन संदल गांव निवासी अशोक बिंद ने बताया कि उसकी शादी कुछ वर्षों पूर्व बिंदपुरवा निवासिनी रेखा बिंद से हुई थी। जिसके बाद उन्हें 1 बेटी व 1 बेटा भी हुए, जिनमें पुत्र की उम्र 5 व पुत्री की उम्र महज 3 वर्ष है। अशोक ने बताया कि वो मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है। इस बीच रेखा की आंखें जमीन संदल के ही निवासी सागर बिंद से लड़ गई। जिसके बाद कई माह से दोनों बात भी करते हैं। इस घटना का पता अशोक को भी चल गया तो उसने कई बार रेखा को समझाया लेकिन वो नहीं मानी। जिसके बाद सागर को भी समझाया लेकिन वो भी नहीं माना। इस बीच बीते 25 तारीख को वो अपने प्रेमी संग घर छोड़कर भाग गई। जिसके बाद बीते 1 सितंबर को उसने एसपी को भी पत्र भेजा था। इधर जब पत्नी पर किसी तरह का असर नहीं हुआ तो उसने किसी तरह से पत्नी से संपर्क किया और पूछा कि वो क्या चाहती है। जब पत्नी ने कहा कि वो प्रेमी के साथ रहेगी तो थकहार कर अशोक ने ही समझौते का फैसला किया और अपने परिजनों से बातचीत करने के बाद मौखिक रूप से ये कहते हुए अपनी पत्नी रेखा की शादी उसके प्रेमी सागर से करा दिया कि ‘मुझे नीले ड्रम में नहीं जाना है।’ इसके बाद लिखित रूप से पत्नी ने अपनी सहमति दी और कहा कि मैं अपने पति के साथ नहीं रहूंगी बल्कि अपने प्रेमी के साथ ही रहूंगी। ये भी लिखा कि मेरे दोनों बच्चे अपने पिता के साथ ही रहेंगे। उसने कहा कि अशोक को वो तलाक देगी और सागर के साथ कोर्ट मैरेज करेगी। उसी पत्र पर प्रेमी सागर ने भी लिखा कि वो रेखा से शादी करना चाहता है। जिसके बाद पति ने पत्नी की शादी करा दी। जिसके बाद पूरे क्षेत्र में घटना की खूब चर्चा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page