जमानिया: घटिया नाली निर्माण पर सवाल उठते ही जेई चंदन कुमार का अधिकारी वाला रौब, पत्रकार से बोले- “आप मेरे अधिकारी नहीं, जवाब डीएम मैडम को दूंगा”

गाजीपुर जनपद के जमानिया नगर में स्टेशन रोड पर चल रहे नाली निर्माण कार्य में भारी अनियमितता सामने आने के बाद अब यह मामला गर्मा गया है। मानकों की खुलेआम अनदेखी पर पत्रकार ने सवाल उठाए तो जिम्मेदार अवर अभियंता (जेई) चंदन कुमार बौखला उठे। पत्रकार द्वारा निर्माण कार्य में गुणवत्ता और सामग्री अनुपात को लेकर जब सटीक सवाल किए गए तो जेई के पास कोई संतोषजनक जवाब नहीं था। जवाब देने की बजाय वे अपना आपा खो बैठे और ऊंची आवाज में बोले, “आप मेरे अधिकारी नहीं हैं, मैं जवाब डीएम मैडम को दूंगा।”
पत्रकार ने जब निर्माण कार्य में प्रयुक्त सामग्री के मानकों के बारे में जानकारी मांगी तो जेई ने बताया कि 1000 किलो गिट्टी पर 500 से 600 किलो बालू, 5 बैग सीमेंट और 3 एमएम का सरिया इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन जब मौके पर तौलने या मापने की व्यवस्था के बारे में पूछा गया, तो जेई बुरी तरह झल्ला गए और फोन तक काट दिया। वार्ता के दौरान जेई ने खुद को सरकार का ‘नौकर’ बताया लेकिन उनके तेवर ‘मालिक’ जैसे नजर आए। उनका रवैया न केवल पत्रकारों बल्कि आम जनता के प्रति भी गैर-जिम्मेदाराना रहा। स्थानीय लोगों के अनुसार, जेई का व्यवहार लंबे समय से इसी प्रकार का है, जिससे क्षेत्र में सरकारी कार्यों की पारदर्शिता और ईमानदारी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। नगर क्षेत्र में चल रहे नाली निर्माण कार्य की हालत बेहद खराब है। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग हो रहा है। सीमेंट, बालू और गिट्टी का अनुपात मानकों के अनुसार नहीं रखा जा रहा है। मसाले की गुणवत्ता भी बेहद खराब है। लोगों का कहना है कि ठेकेदार और जिम्मेदार अभियंता की मिलीभगत से कार्य सिर्फ खानापूर्ति के लिए किया जा रहा है। इस तरह की लापरवाही से नाली कुछ ही महीनों में टूटने का खतरा है, जिससे फिर से जलजमाव की समस्या खड़ी हो जाएगी। नगरवासियों ने कई बार आदर्श नगर पालिका और संबंधित अधिकारियों से शिकायतें कीं, लेकिन आज तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। इससे आम जनता में यह संदेह गहरा हो गया है कि कहीं प्रशासनिक स्तर पर भी इस भ्रष्टाचार में मौन समर्थन तो नहीं मिल रहा है। लोगों का कहना है, “हम टैक्स भरते हैं लेकिन बदले में घटिया निर्माण मिलता है। यह हमारे पैसे की बर्बादी है।” स्थानीय नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही निर्माण कार्य में सुधार और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। फिलहाल नगर पालिका के अधिकारी पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन जिस तरह से नगर में आक्रोश बढ़ रहा है, वह प्रशासन के लिए आने वाले समय में बड़ी चुनौती बन सकता है।