राणा सांगा स्वाभिमान यात्रा व महाराणा महाकुंभ का हुआ आयोजन, क्षत्रियों ने भाई एकजुटता की हुंकार


जमानियाँ (गाजीपुर)। क्षत्रिय समाज की एकता, गौरव और स्वाभिमान को समर्पित महाराणा महाकुंभ राणा सांगा स्वाभिमान यात्रा का आयोजन अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा (युवा) के तत्वावधान में रविवार को चंद्रलोक वाटिका में धूमधाम और उत्साह के साथ किया गया। स्वाभिमान यात्रा का शुभारंभ पारंपरिक वेशभूषा व ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच कस्बा बाजार से बड़ेसर मोड, बरूईन होते हुए जगह-जगह फूल-मालाओं से हुए स्वागत को स्वीकार कर चंद्रलोक वाटिका पहुंची। जहाँ स्वाभिमान यात्रा भव्य सम्मेलन में परिवर्तित हो गई।

यहाँ का पूरा वातावरण देशभक्ति और सामाजिक एकता के नारों से गूंज उठा।
कार्यक्रम का कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभु श्री राम, भारत माता, भारत के गौरव राणा सांगा व महाराणा प्रताप के तैल चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथियों व समाज में विशिष्ट योगदान देने वाले वरिष्ठ साहित्यकार व शिक्षाविद राजेन्द्र सिंह, राष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ी शिवम सिंह, गौरव सिंह, युवराज सिंह, संदीप सिंह, धर्मवीर सिंह, गोल्डी सिंह, लेखक नन्द जी, शैलेन्द्र सिंह को सम्मानित किया गया।
क्षत्रिय समाज को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि व
संगठन के संयोजक तथा आरजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष शेर सिंह राणा ने कहा कि संगठन से ही समाज मजबूत होता है। समाजिक संगठन एक मजबूत विचार को आत्मसात करके ही समाज का भला कर सकती है। मजबूत संगठन के द्वारा ही हमारा समाज सत्ता के करीब पहुंच सकते है। पहले सत्ता तलवार व बाद में बन्दूक के बल पर मिला लेकिन आज सत्ता वोट के द्वारा मिल रहा है। जो समाज सही समय पर सही हथियार नहीं चलता वह समाज बर्बाद हो जाता है। लोकतंत्र के हथियार को जब तक हमारा समाज चलाना नहीं सीखेगा तब सत्ता नहीं मिल सकती है। एक मिशन के तहत अपने झण्डे के नीचे चलने पर ही समाज उन्नति कर सकता है। आगे उन्होंने कहा कि राणा सांगा और महाराणा प्रताप का आदर्श क्षत्रिय समाज के लिए प्रेरणा हैं, और उनके पदचिन्हों पर चलकर ही स्वाभिमान को बनाए रखा जा सकता है। राणा सांग देश के मजबूत राजा थे उन्होंने सभी युद्ध जीते लेकिन खानवा के युद्ध में बाबर द्वारा अत्याधुनिक हथियार तोप के कारण बहादुर राणा सांगा को हार का मुंख देखना पड़ा, तभी से भारत का इतिहास बदल गया। उनकी हार अत्याधुनिक हथियार व बाबर द्वारा दिया गया धोखा था, उनकी बहादुरी में कोई कमी नहीं थी। आज इतिहास को पढ़कर वर्तमान व भविष्य को सुधारने की आवश्यक्ता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर अवनीश सिंह ने कहा कि समर्पण, त्याग, संकल्प और बलिदान के द्वारा ही संगठन को मजबूत किया जा सकता है। संगठन की शक्ति सबसे बड़ी शक्ति होती है। जिसके द्वारा समाज उन्नति प्राप्त कर सकता है। हमारा समाज सदैव ही जरूरतमंदों की जरूरतों को पूरा करते हुए समाज को संवारने का कार्य करता है। वर्तमान समय में कलम की मजबूती व सत्ता में भागीदारी के द्वारा ही समाज को मजबूत किया जा सकता है। बड़े बुर्जुगों से युवाओं को राजनीतिक परिपक्वता सिखने की जरूरत है। हमारे समाज का प्रत्येक युवा हनुमान है लेकिन बड़े बुर्जुगों को भी जामवंत बनाना पड़ेगा तभी राजनीतिक योद्धा तैयार हो सकता है। आजकल हमारे समाज के महापुरुषों को हमारे समाज से अलग करने की साजिश के साथ ही गलत टिप्पणी की जा रही है, ऐसे कुत्सित कर्म करने वाले को कड़ा संदेश देने के साथ ही भुजा को भी फड़काना पड़ेगा। हमारा समाज शुरू से ही न्याय व संकल्प के बल पर सनातन धर्म का रक्षक रहा है। सनातन धर्म की रक्षा हेतु हम सभी कटिबद्ध है।
उक्त मौके पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र प्रताप सिंह, संगठन मंत्री विक्रांत सिंह, अनुराग सिंह सोनू, प्रदेश सचिव द्वय आनंद सिंह, विनय सिंह विट्टू, शैलेन्द्र सिंह, अमरेन्द्र सिंह, कमलेश सिंह, हेमन्त सिंह, कैलाश सिंह, अमरनाथ सिंह, अजीत सिंह प्रिंस, अम्बरीश सिंह सोनू, रणवीर सिंह, राहुल सिंह, विराज सिंह, अमित सिंह, अरुण सिंह, टाइगर सिंह, मुकेश सिंह, राजू सिंह, शशि सिंह सहित सैकड़ो लोग मौजूद रहे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह व संचालन राकेश सिंह मन्टू ने किया।