
जनपद में लोगों को लाइलाज बीमारी फाइलेरिया से बचाने के लिए दस अगस्त से सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही 11 अगस्त को पेट के कीड़े यानि कृमि से बचाव के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी) भी मनाया जाएगा। दोनों कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन को लेकर सोमवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय सभागार में जिला टास्क फोर्स बैठक व अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डा०सुनील पाण्डेय ने की। उन्होंने बैठक में स्वास्थ्य समेत सभी विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर एमडीए और एनडीडी कार्यक्रम को सफल बनाने का अनुरोध किया।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि एमडीए के साथ साथ एनडीडी अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से समस्त सरकारी विभागों व कार्यालयों में बूथ लगवाकर लोगों को दवा सेवन करवाया जाए। सभी विभाग समय से अपना माइक्रोप्लान तैयार कर लें और उसी के अनुसार अभियान को सौ फीसदी सफल बनाएं। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अभियान से पहले ही फाइलेरिया बीमारी की भयावहता के बारे में लोगों से चर्चा करें और अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता के साथ सक्रिय भूमिका निभाते हुए अपने सामने फाइलेरिया और कृमि से बचाव की दवा का सेवन करवाएं। सीएमओ ने अपील की कि मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन व एनडीडी कार्यक्रम के तहत फाइलेरिया व कृमि से बचाव की दवा खाकर स्वयं को फाइलेरिया व कृमि से सुरक्षित करें एवं गाजीपुर को फाइलेरिया व कृमि मुक्त जनपद बनाएं। घर दृ घर जाने वाली स्वास्थ्य टीमों का पूरा सहयोग करें।
बैठक में ’अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ जे०एन०सिंह ’ ने बताया कि एमडीए अभियान जनपद के सैदपुर,गाजीपुर सदर,बिरनो,कासिमाबाद,मोहम्मदाबाद और भदौरा ब्लॉक में चलेगा। इसके तहत दस अगस्त से अट्ठाइस अगस्त तक दो सदस्यों की टीम घर घर जाकर लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा (डीईसी व एल्बेण्डाज़ोल) खिलाएंगी। यह दवा एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिला और अति गंभीर रूप से बीमार लोगों को छोड़कर सभी को खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया (हाथीपाँव) एक लाइलाज बीमारी है, जिससे बचने के लिए पाँच साल तक लगातार साल में एक बार बचाव की दवा का सेवन जरूरी है। इसके अलावा शेष ब्लॉक और गाजीपुर नगर पालिका में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (11 अगस्त) को निजी, सरकारी, सरकारी सहायता विद्यालयों, मदरसों एवं केंद्रीय विद्यालय में एक से 19 वर्ष तक के बच्चों को पेट के कीड़ों (कृमि) से बचाव के लिए एल्बेण्डाज़ोल दवा खिलाई जाएगी। लेकिन जो बच्चे बीमार हैं या दवा खा रहे हैं, उन्हें यह दवा नहीं खिलाई जाएगी। अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी स्वास्थ्य व आंगनबाड़ी केंद्र या आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क करें।
बैठक में एमडीए जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी, मेडिकल कॉलेज, तथा आईसीडीएस, शिक्षा, पंचायती राज, आजीविका, समाज कल्याण, कृषि, आपूर्ति, सूचना विभाग के अधिकारी व कर्मी, डब्ल्यूएचओ, पाथ, पीसीआई, संस्था के प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी व कर्मी मौजूद रहे