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तहसीलदार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर मदद का दिया भरोसा

दाउदपुर- देवड़ी सम्पर्क मार्ग पर जान जोखिम में डालकर जाते लोग

जमानियाँ (गाजीपुर)। गंगा का रौद्र रुप शान्त होते ही कर्मनाशा तबाही मचाने के लिए अपने पूरे उफान पर है। अचानक कर्मनाशा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होने के कारण क्षेत्र के तटवर्ती ग्राम गायघाट, धुस्का, रोहुणा, धिनपुरा, तियरी, जबुरना, केसरुआ, करमहरी बाढ़ के चपेट में आ गया है वही दाउदपुर ग्राम व देवढ़ी सम्पर्क मार्ग पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है तथा देवढी गॉव का निचला हिस्सा भी बाढ़ के चपेट में आ गया है। जिससे बाढ़ ग्रस्त लोगों का जनजीवन अस्त-व्यत हो गया है। गायघाट के पशुपालक गांव को छोड़कर सम्पर्क मार्ग पर पशुओं को लेकर अपना डेरा जमा लिये है वही धुस्का के निचले इलाकों के ग्रामीण प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में डेरा जमा लिये है। बाढ़ से फसलों के जलमग्न हो जाने के कारण किसानों के माथे पर चिन्ता की लकीरे स्पष्ट दिखाई दे रही है।
ज्ञात हो कि जनपद चंदौली में पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के कारण चंद्रप्रभा डैम से लगभग दस हजार क्यूसेक और नौगढ़ डैम से 25 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण कर्मनाशा का जलस्तर रविवार की सुबह से ही धीमी गति से बढ़ने लगा तथा रात होते ही कई गांव बाढ़ के चपेट मे आ गया। एकाएक बाढ़ आ जाने से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई तथा पशुओं को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए विवश हो गये। सोमवार की सुबह तहसीलदार रामनरायण वर्मा राजस्व कर्मियों संग तटवर्ती इलाकों का निरीक्षण कर नियमित निगरानी व क्षतिपूर्ति आकलन सहित जरूरत के अनुसार नाव उपलब्ध कराने व बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का   राजस्व कर्मियों को निर्देश दिया। बाढ़ पीड़ितों को भरोसा दिया कि दैवीय आपदा की इस घड़ी में शासन प्रशासन पूरी तरह से मदद करने के लिए तत्पर है।

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