भोजन के नाम पर होटलों व रेस्टोरेंट में परोसा जा रहा मीठा जहर

जमानियां। क्षेत्र के होटलों व रेस्टोरेंट में मिलावटी खाद्य पदार्थों से निर्मित नाश्ता, मीठा व भोजन परोसकर ग्राहकों के सेहत के साथ खिलवाड़ करने का खेल बदस्तूर जारी है। खाद्य विभाग की चुप्पी से मीठा जहर खुलेआम परोसा जा रहा है तथा लोग बीमारी का शिकार बनते जा रहे है।
तहसील मुख्यालय, स्टेशन बाजार सहित ग्रामीण क्षेत्रों में खुले रेस्टोरेंट व होटल ग्राहकों की मजबूरी का फायदा उठाकर मिलावटी खाद्य पदार्थों से निर्मित नाश्ता, मीठा व भोजन परोसकर उन्हें बिमार कर रहे है। राज्य सरकार के नियमों को तांक पर होटलों व रेस्टोरेंट संचालित हो रहे है। इन होटलों में भोजन के नाम पर जहर बिक रहा है। इन होटलों में मिलावटी दाल, तेल, आटा और मसाले का खेल जारी है। यहां चना के नाम पर खेसारी की दाल मिलावट के साथ जबकि हरी सब्जी के नाम पर बाजार की पुरानी और सड़ी हुई सब्जियां खुलेआम परोसी जा रही है। तेल के नाम पर मिलावटी सरसों तेल चलाया जा रहा है। इन होटलों में नियमित खाने वाले ग्राहकों की मानें तो यहां जिस सब्जी का नाम लेकर परोसा जाता है उसका स्वाद अंत तक नहीं मिल पाता। मिलावटी मसाले के कारण यहां के सब्जियों का स्वाद अजीब हो जाता है।बताया जाता है कि हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, मिर्च पाउडर में रंग सहित वो सारी मिलावटें होती है जो इंसानों के लिए खतरनाक होती है। इन होटलों में खाने वाले नियमित ग्राहक बीमार पड़ रहे हैं। मिलावटी मसाले और तेल की बाबत सा०स्वा०केंद्र बरूईन के अधीक्षक डॉ आरके सिंह बताते हैं कि यह इंसान की सेहत के लिए काफी खतरनाक है। इसके सेवन से लोगों को पेट के साथ-साथ दिल और किडनी की बीमारी होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। फास्ट फूड व बाहर के भोजन करने से सभी लोगो को बचाना चाहिए।